*विद्युत विभाग के खिलाफ हो रही भूख हड़ताल को मिला व्यापक समर्थन
इटावा। विजय नगर मोहल्ले में विद्युत विभाग के कर्मियों द्वारा बिजली चोरी पकड़े जाने वाले मामले में महिलाओं समेत निर्दोष लोगों के विरुद्ध अनुचित और मनमानी पूर्ण धाराओं में एफआईआर दर्ज किए जाने के विरोध में एसडी फील्ड स्थित विद्युत अधिशाषी अभियंता कार्यालय पर हो रही भूख हड़ताल के समर्थन में इटावा के विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारी संगठनों के अलावा जनता का भारी संख्या में सहयोग एवं समर्थन मिलने से ये आंदोलन व्यापक रूप लेने लगा है। प्रशासन की तरफ से सकारात्मक पहल न होने से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और लोगों ने धरना स्थल पर आकर बिजली विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला और उन्होंने जांच होने तक उन्हें यहां से तत्काल हटाए जाने एवम इनकी तथा इनके संबंधी परिवारीजनों के संपत्तियों की जांच कराए जाने की भी मांग उठाई और इटावा के उन पीड़ितों का भी धरना स्थल पर आने का आह्वान किया, जिन्हें बिजली चोरी में आरोपित किया गया है।
अपने सहयोगियों के साथ अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर रहे हरि किशोर तिवारी और उनके सहयोगियों का आज अनशन का दूसरा दिन है, जिसमें सर्व दलीय एवं सर्व समाज के समर्थकों की लगातार भारी भीड़ जुटती रही। इनमें व्यापारी नेता अनंत अग्रवाल, पूर्व प्राचार्य डॉ. विद्याकांत तिवारी, शैलेंद्र कुमार वर्मा एडवोकेट, ब्राह्मण समाज के नेता अरुण दुबे, बंटी वाजपेई, लोकतांत्रिक समिति के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार पांडेय, राजेंद्र कुमार दीक्षित एडवोकेट, डीडी मिश्रा एडवोकेट, शरद वाजपेई, अंशुल अशोक दुबे, आशाराम मिश्रा, अशोक द्विवेदी आदि धरना स्थल पर संबोधित करते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों का यहां से स्थानांतरण करने के साथ ही उनकी तथा उनके संबंधी परिजनों के संपत्तियों की जांच करने की हुंकार भरी तथा इटावा के उन सभी पीड़ितों, जिन्हें अब तक बिजली चोरी में आरोपित किया गया है, का आह्वान किया कि वे आपके सम्मान की ही लड़ाई लड़ रहे अनशनकारियों का समर्थन करने के लिए धरना स्थल पर आएं ताकि भ्रष्ट और बेईमान विद्युत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सबक सिखाया जा सके। आज के धरने में अमर क्रांतिकारी चंद्र शेखर आजाद की पुण्य तिथि होने पर उनका चित्र लगाकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। धरने में भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं।
कर्मचारी नेता हरि किशोर तिवारी ने बताया कि उक्त मामले में विद्युत विभाग के कर्मचारी सुशील दिवाकर द्वारा विभागीय अधिकारियों के सहयोग से लिखाई गई रिपोर्ट में सुहेल के अलावा अतुल शुक्ला, हरि योगेंद्र शुक्ला, गौतम शुक्ला, इनकी पत्नियों और पुत्री दीप्ति शुक्ला के विरुद्ध मीटर टेंपरिंग गैंग और एससी एक्ट की धाराओं समेत अन्य गंभीर धाराएं लगाई गईं हैं, जो नितांत झूठी और फर्जी हैं ताकि इन्हें दबाव में लेकर इनसे अवैध वसूली की जा सके। यह एकदम अनुचित और अन्याय पूर्ण है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। और जब तक ये झूठी एफ आई आर और धाराएं वापस नहीं ली जायेगी, हम और हमारे साथी अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल करते रहेंगे। हमारा यह धरना किसी दल या संगठन विशेष का नहीं है बल्कि पीड़ित जनता को न्याय दिलाने के लिए सर्व समाज का है जिसमें डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, सिविल बार एसोसिएशन, राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन, राष्ट्रीय व्यापार मंडल, जन चेतना समिति, राष्ट्रीय कवि संगम, मिशन इकदिल ब्लॉक, राष्ट्रीय सनातन मंच, भारत विकास परिषद धर्मार्थ सेवा शाखा, मित्र शाखा, चौधरी शंकर दयाल दीक्षित स्मारक संस्थान, चौधरी रघुराज सिंह स्मारक संस्थान, ब्राह्मण स्वाभिमान समिति, परशुराम सेवा समिति, सर्व ब्राह्मण महासभा, ब्रह्म जागृति महासभा, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, भारतीय किसान यूनियन, विश्व हिंदू परिषद आदि संगठन भी शामिल हुए हैं। भूख हड़ताल करने में उनके साथ सभासद पंकज पचौरी, भाजपा नेता और सभासद शरद वाजपेई, अशोक द्विवेदी, देवेंद्र शुक्ला, देवेंद्र मिश्रा और देवेश भदौरिया भी अनशन पर बैठे हैं।