अर्जुन भूमि समाचार नीरज कश्यप
खटीमा। उत्तराखंड में मानव वन्य जीव संघर्ष लगातार बढ़ते जा रहा है इसकी बानगी उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में देखने को मिली यहां जंगल किनारे शौच करने गई महिला पर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। वन विभाग ने बख्तर बंद गाड़ी से घने जंगलों में घुसकर महिला का शव बरामद कर लिया है इधर इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल माहौल बना हुआ है।
वन विभाग एसडीओ संचिता वर्मा ने बताया कि खटीमा के सुरई बन रेंज में सरपुड़ा नवदिया निवासी सोबवती उम्र 50 वर्ष पत्नी मिरजा प्रसाद बुधवार तड़के सुबह अपने घर के पास जंगल की ओर शौच के लिए गई थी जहां घात लगाए बैठे बाघ ने महिला पर हमला कर दिया और महिला को खींचता हुआ जंगल की ओर ले गया। ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की सूचना दी और बख्तर बंद गाड़ी से जंगल में जाकर देखा घटना स्थल के पास महिला के कपड़े चप्पल टॉर्च इत्यादि पड़ी हुई मिली। महिला का शव जंगल के अंदर झाडियो में बरामद हुआ। वन विभाग ने महिला के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद ही परिजनों को सौंप दिया है। एसडीओ ने बताया कि साथ ही महिला के शव से बाघ की लार आदि के सैंपल इत्यादि ले लिए गए हैं वहीं वन विभाग द्वारा जंगल में लोगों को न जाने की सलाह दी गई है और गस्त भी तेज कर दी गई है।
इधर महिला अपने पीछे पति व चार बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गई है। इस घटना के बाद से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति भी आक्रोश बना हुआ है उनका कहना है कि वन विभाग समय पर गस्त नहीं करता है और ना ही तारबाड़ इत्यादि लगाई गई है उन्होंने वन विभाग से मृतक आश्रितों को तुरंत मुआवजा देने एवं तरवाड लगाने की मांग की है।