प्रशासन सो रहा है कुंभकर्णी नींद
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भले ही भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की बातें करते हो लेकिन धरातल की कहानी कुछ और ही बयां करती है इसका जीता जागता उदाहरण बंडिया नमक फैक्ट्री के पास हो रहा अवैध खनन है चक्की पिछली बरसातों में ही बाढ़ से इच्छा बैराज के पुल समेत लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था लेकिन वर्तमान में हालात यह है इसी क्षेत्र में
बंडिया नमक फैक्ट्री के पास खनन माफिया द्वारा जमकर अवैध खनन किया जा रहा है जिससे आने वाली बरसातों में किच्छा मंडी क्षेत्र को भारी तबाही का अंदेशा लोगों द्वारा व्यक्त किया जा रहा है परंतु प्रशासनिक अमला कुंभकरणी नींद में सोया हुआ है यदि समय रहते इस अवैध खनन पर रोक नहीं लगाया गया तो इसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को वृहद रूप से चुकाना होगा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बंडिया क्षेत्र में खेत संख्या 335/10 मैं कुछ लोगों द्वारा खेत मालिकों से आपसी सहमति के आधार पर मिट्टी उठाने की परमिशन ली गई है लेकिन संबंधित क्षेत्र के अलावा अगल-बगल से भी खनन माफिया द्वारा जमकर खनन किया जा रहा है जिससे आसपास के किसान अपने खेत और अपनी फसलों के नुकसान को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं परंतु उनकी आवाज नक्कार खाने मैं तूती की आवाज बनकर रह जा रही है खनन माफिया बेखौफ होकर सारे नियम कानून को ताक पर रखकर दिन रात अवैध खान न कर रहा है वर्तमान में जिस तरह से खनन हो रहा है आने वाली बरसातों में बंडिया सहित पुरानी मंडी क्षेत्र की आबादी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा लेकिन स्थानीय अधिकारी इस तरफ से अपनी आंखें बंद किए हुए हैं खनन माफिया के तार सफेद पोस्ट नेताओं से भी जुड़े हुए हैं जिनकी शह पर दिन रात मशीनों से जमकर अवैध खनन किया जा रहा है तथा सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है स्थानीय कास्ट कारों का कहना है कि यदि इस अवैध खनन पर शीघ्र ही रोक नहीं लगाई गई तो वह एक व्यापक आंदोलन करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी आप देखना यह है की स्थानीय प्रशासन की नजरों में आम आदमी के जान माल की कीमत ज्यादा है या खनन माफिया की पहुंच यहां आने वाला समय ही बताएगा