भारत और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर सहमति जताई। बैठक के दौरान, भारतीय और चीनी प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिमी सीमा क्षेत्र में एलएसी के साथ स्थिति की विशेष समीक्षा की और शेष मुद्दों को हल करने के प्रस्तावों पर खुली, रचनात्मक और गहन चर्चा की।
इस बैठक का आयोजन भारत-चीन सीमा मामलों (डब्ल्यूएमसीसी) पर 30 नवंबर 2023 को किया गया था, जिसमें विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया इस समय, चीनी विदेश मंत्रालय के महानिदेशक, सीमा और महासागरीय चीनी विदेश मंत्रालय के अधीनस्थ विभागों ने एक साक्षर, विशेषज्ञ और दक्ष प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है। उन्होंने अपनी भाषा में प्रवक्तात्मक रूप से चीनी पत्रकारों के साथ सहयोग किया है और विभिन्न स्तरों पर आयोजित बैठकों में भाग लिया है। इससे सुसंगतता और सजीव संवाद का माहौल बना हुआ है, जिससे सीमा और महासागरीय क्षेत्रों में सहयोग और समझौते की ऊर्जा बढ़ रही है।
बैठक में दोनों पक्षों ने सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ स्थिति की समीक्षा की, और शेष मुद्दों को हल करने और पूर्वी लद्दाख में पूर्ण विघटन हासिल करने के प्रस्तावों पर खुली, रचनात्मक और गहन चर्चा की। बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच स्थिति को सुलझाना और शांति बनाए रखना था।
इस बैठक के माध्यम से दोनों पक्षों ने संविदानिक और विकृतिपूर्ण समाधानों की तलाश करने का आलम किया है और आगामी समय में भारत-चीन संबंधों को मजबूत करने के लिए सामंजस्य और समझदारी का संकेत दिया है।
सूचना के अनुसार, इस बैठक के परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने समझौते की स्थापना की है और आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण समाचारों की उम्मीद जताई जा रही है।